नगर आयुक्त दिनेश चंद्र ने विभिन्न धर्मगुरुओं और पुजारियों के साथ की रणनीतिक बैठक







गाजियाबाद। गुरुवार को नगर आयुक्त दिनेश चंद्र की अध्यक्षता में शहर के विभिन्न धर्म गुरुओं यथा, हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख व ईसाई एवं मंदिरों के पुजारियों की एक बैठक ग़ाज़ियाबाद नगर निगम के सभागार में सम्पन्न हुई।जिसमें शहर के सभी धर्म गुरुओं ने बड़ी संख्या में शिरकत किया। 

 

इस बैठक में नगर आयुक्त ने प्रतिबंधित प्लास्टिक व प्लास्टिक से बनी सामग्री, यथा कैरी बैग, दोने, चम्मच, गिलास, कप-प्लेट आदि का प्रयोग न करने और न करने देने के संबंध में उत्तर प्रदेश प्लास्टिक और अन्य जीव अनाशित कूड़ा-कचरा अधिनियम 2018 व नगरीय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन 2016 की सुसंगत धाराओं के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।

 

साथ ही यह अवगत कराया कि प्लास्टिक की सामग्री का प्रयोग करने से कौन-कौन सी बीमारियां उत्पन्न होती हैं व प्लास्टिक की कौन सी सामग्री कितने दिनों, महीनों, सालों में नष्ट होती है। इस दौरान उन्होंने विशेष रूप से  अवगत कराया गया कि 2 अक्टूबर, 2018 से उत्तर प्रदेश में प्लास्टिक व प्लास्टिक की सामग्री यथा, कैरी बैग, दोने, चम्मच, गिलास, कप-प्लेट आदि पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है।

 

बैठक में उपस्थित सभी धर्म गुरुओं यथा, हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख व ईसाई एवं मंदिरों के पुजारियों को सुझाव दिया गया कि भारत एक आस्था प्रधान देश है। इसलिए आप सभी अपने स्तर से नागरिकों से प्लास्टिक का प्रयोग न करने की अपील करें। इसके अतिरिक्त, बैठक में उपस्थित सभी धर्म गुरुओं को नगर आयुक्त ने सुझाव दिया कि विभिन्न पर्वो व आयोजनों में भी प्लास्टिक से बनी सामग्री यथा- दोने, चम्मच, गिलास, कप-प्लेट आदि के स्थान पर स्टील के बर्तनों का प्रयोग करें तथा प्लास्टिक के कैरी बैग के स्थान पर कपड़े के थैले का प्रयोग करें।

 

बैठक के अंत में सभी का धन्यवाद देकर उपस्थित सभी धर्म गुरुओं व अधिकारियों आदि को प्रतिबंधित प्लास्टिक व प्लास्टिक की सामग्री का प्रयोग न करने और न करने देने के संबंध में शपथ भी दिलाई गई।

बैठक में अपर नगर आयुक्त, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, नोडल अधिकारी (एस.बी.एम.) व समस्त सफाई निरीक्षक आदि मौजूद थे।