आयोग के वरिष्ठ उपचुनाव आयुक्त ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों का लिया जायजा

जयपुर। भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ उप चुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा ने कहा कि लोकसभा आम चुनाव-2019 में स्वीप (सिस्टेमैटिक वोटर्स एजूकेशन एंड इलक्टोरल पार्टिसिपेशन प्रोग्राम) गतिविधियों को और अधिक व्यापक बनाते हुए विधानसभा क्षेत्रवार मतदान केंद्र तक स्वीप कार्यक्रम चलाए जाएं ताकि आखिरी छोर तक बैठा मतदाता मतदान का महत्व समझ सके। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव को महोत्सव मानते हुए अधिकाधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सके इसके लिए मतदाता जागरुकता अभियान के माध्यम से बेहतर प्रयास किए जाएं। सिन्हा बुधवार को लोकसभा आम चुनाव की तैयारियों के संबंध में चुनाव विभाग के सभी अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वीप गतिवधियों का ही परिणाम रहा कि 2009 में लोकसभा चुनाव में जहां मतदान प्रतिशत 48.46 प्रतिशत था वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में 63 प्रतिशत से ज्यादा रहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वीप गतिविधियों को और अधिक प्रभावी तरीके से प्रसारित करें ताकि वोटर टर्न आउट में इजाफा हो सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिन लोकसभा क्षेत्रों में पिछले चुनावों में मतदान का प्रतिशत कम रहा है वहां खास तौर पर प्लानिंग कर मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने कहा कि मतदाता सूचियों में ज्यादा से ज्यादा नव मतदाताओं का पंजीकरण हो इसके लिए भी विशेष अभियान चलाए जाएं। ईवीएम अवेयरनेस सेंटर पर ज्यादा से ज्यादा विशिष्ट वर्ग के मतदाताओं जैसे महिलाओं, युवाओं आदि को आमंत्रित कर ईवीएम-वीवीपैट मशीनों के लिए जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि वोटर अवेयरनेस फोरम सरकारी और कॉरपोरेट गु्रप्स तक अपनी बात पहुंचाने का बेहतरीन माध्यम है अत: उसे और अधिक प्रभावी तरीके से लागू किया जाए। उन्होंने आगामी चुनाव में दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों को मतदान केंद्र सहयोग और सुविधा देने
पर भी जोर दिया। इस दौरान उन्होंने स्वीप के ब्रांड एंबेसेडर, मीडिया प्लान, 1950 वोटर हैल्प लाइन, दिव्यांगजनों को दी जाने वाली सुविधा, मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन संबंधी अनेक विषयों पर विस्तार से चर्चा की।